
पुणे 9 मई 2025 — रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग/डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान, डिफेंस इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (DIAT) ने अपने स्थापना दिवस को पुणे स्थित गिरीनगर परिसर के सी. वी. रमन सभागार में उत्साहपूर्वक मनाया।
इस संस्थान की शुरुआत 1952 में सीएमई परिसर में इंस्टीट्यूट ऑफ आर्मामेंट स्टडीज के रूप में हुई थी। वर्ष 1967 में इसका नाम बदलकर इंस्टीट्यूट ऑफ आर्मामेंट टेक्नोलॉजी (IAT) रखा गया और यह अपने वर्तमान स्थान गिरीनगर, पुणे में स्थानांतरित हुआ। आज यह संस्थान रक्षा प्रौद्योगिकी में शैक्षणिक और अनुसंधान उत्कृष्टता की अपनी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर चुका है।
इस अवसर पर, DIAT ने उन संकाय सदस्यों को सम्मानित किया जिन्होंने संस्थान में 15 वर्षों की सेवा पूरी की है। संस्थान स्तर के पुरस्कार भी विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किए गए — जिनमें सर्वश्रेष्ठ शिक्षक, सर्वश्रेष्ठ पीएचडी शोधप्रबंध, तकनीकी और प्रशासनिक श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ सहायक कर्मचारी शामिल हैं। ये पुरस्कार मुख्य अतिथि प्रो. टी. जी. सीथाराम (अध्यक्ष, एआईसीटीई) और विशिष्ट अतिथि श्री लालचंद मंगल (विज्ञानी और महानिदेशक – टीएम) एवं सुश्री यू. जया शांति (प्रख्यात वैज्ञानिक और महानिदेशक – एचआर, डीआरडीओ मुख्यालय) द्वारा प्रदान किए गए।
डॉ. समीर वी. कामत, सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग और अध्यक्ष, डीआरडीओ ने समारोह को संबोधित करते हुए DIAT टीम को रक्षा अनुसंधान और शिक्षा में उनके सराहनीय योगदान के लिए बधाई दी।
प्रो. टी. जी. सीथाराम ने राष्ट्र निर्माण और नवाचार में DIAT की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और संस्थान के संकाय, शोधकर्ताओं और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता की प्रशंसा की।
समापन भाषण में, डॉ. बी. एच. वी. एस. नारायण मूर्ति, कुलपति, DIAT ने संस्थान के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मेहनत, समर्पण और चुनौतियों के बावजूद उत्कृष्ट उपलब्धियों ने संस्थान को गौरवान्वित किया है।